जयपुर. बजट बहस के जवाब में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में एक लाख नई भर्तियों की घोषणा की है। इसके साथ ही चिरंजीवी योजना का दायरा बढ़ाने का ऐलान किया है। योजना के तहत अब ऑर्गन ट्रांसप्लांट भी करवाया जा सकेगा। यह सुविधा प्रदेश के बाहर के हॉस्पिटल्स में भी उपलब्ध होगी। बजट में चिरंजीवी योजना में इलाज की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख करने की घोषणा की गई है।
किसानों की वीसीआर नहीं भरी जाएगी
गहलोत ने चुनावी साल में किसानों की विजिलेंस चेक रिपोर्ट (वीसीआर) भरने की शिकायतों का समाधान करने के लिए ‘स्वैच्छिक भार वृद्धि’ योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत किसानों को लोड की घोषणा खुद करने पर पेनल्टी नहीं लगेगी और वीसीआर नहीं भरी जाएगी।
गहलोत ने ये प्रमुख घोषणाएं भी कीं-
– 5000 राजीव गांधी युवा मित्र लगेंगे – महाराव शेखाजी आर्मी ट्रैनिंग स्कूल खुलेगा और संभाग लेवल पर भी आर्मी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खुलेंगे – बीकानेर में आई स्टार्ट अप सेंटर खुलेगा। – नए सरकारी कॉलेज खुलेंगे – हवामहल में उर्दू बीएड कॉलेज खुलेगा – सरकारी कॉलेजों में ओपन जिम खुलेंगे
कर्मचारियों को भगवान भरोसे नहीं छोड़ सकते
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब विधायकों और सांसदों की सैलरी मनमर्जी से बढ़ सकती है तो सरकारी कर्मचारियों को भगवान भरोसे नहीं छोड़ सकते। उन्हें भी पेंशन का हक है। गहलोत ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि राजस्थान के बजट में 21 हजार करोड़ की कटौती की गई है। राज्य सरकार के लिए इतनी बड़ी रकम मायने रखती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राजस्थान के बजट में इतनी बड़ी कटौती के बावजूद कोई सांसद नहीं बोला। उन्होंने कहा कि- 25 सांसद हैं राजस्थान के, किसी सांसद ने राजस्थान के हितों की पैरवी नहीं की। जब ऐसी हालत बनती है तो राज्य के सांसदों की ड्यूटी बनती है कि वे आवाज उठाएं।
गहलोत ने बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि यह राज क्या है कि ईआरसीपी को रोका जा रहा है। यह तो चूरू से आने वाले विधायक ही जानते हैं।
इस पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंंद्र राठौड़ ने कहा कि राज को राज ही रहने दो। गहलोत ने कहा कि- हम राज को राज क्यों रहने देंगे। हम तो कहेंगे कि, यह वसुंधरा राजे की योजना है और जानबूझकर इस योजना को रोकना चाहते हो।