नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी को शायद ही आपने कभी गुस्से में देखा होगा। मैदान हो या फिर मैदान के बाहर एमएस धोनी हमेशा शांत नजर आते थे। उन्हें इसी वजह से कैप्टन कूल भी कहा जाता था, क्योंकि वे हर परिस्थिति में शांत नजर आते थे। हालांकि, अब उन्होंने ये बताया है कि वे गुस्से क्यों नहीं करते या उन्हें मैदान पर गुस्सा क्यों नहीं आता है।
एमएस धोनी ने कहा कि वह हमेशा अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं, क्योंकि वह भी एक इंसान ही हैं। जब ‘कैप्टन कूल’ धोनी ने दर्शकों से पूछा, “आपमें से कितने लोग सोचते हैं कि आपके बॉस शांत हैं?” इस सवाल के जवाब में कुछ हाथ उठ गए। इसे देखते हुए धोनी ने चुटकी ली: “या तो वे ब्राउनी प्वाइंट बनाना चाहते हैं या वे खुद मालिक हैं।”
धोनी ने इसके बाद कहा, “ईमानदारी से कहूं तो जब हम मैदान पर होते हैं, तो हम कोई गलती नहीं करना चाहते हैं, चाहे वह मिसफील्डिंग हो, कैच ड्रॉप हो या कोई अन्य गलती हो।” धोनी ने लिवफास्ट पर कहा, “मैं हमेशा यह जानने की कोशिश करता हूं कि किसी खिलाड़ी ने कैच क्यों छोड़ा या किसी ने मिसफील्ड क्यों किया? गुस्सा करने से बात नहीं बनती। पहले से ही 40,000 लोग स्टैंड से देख रहे हैं और करोड़ों लोग मैच देख रहे होते हैं (टीवी, स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर)। मुझे देखना था कि क्या कारण था (फील्डिंग में चूक के लिए)।”