भरतपुर
साल 1971 में एक हिंदी फिल्म बनी थी ‘हाथी मेरे साथी’ जो जानवरों के प्रति प्रेम पर बनी थी। फिल्म के जरिए संदेश दिया गया था कि जानवर बेजुबान होते हैं जिनसे प्रेम करना चाहिए। तब से लेकर अब तक जानवरों के प्रति मानवता बरतने के लिए आम इंसान को जागरुक करने के लिए कई फिल्में बनीं। रील के अलावा रियल लाइफ में भी जानवरों के प्रति इंसानों के व्यवहार को सही करने के लिए कई तरह से जागरुकता फैलाई जाती रही है।
लेकिन जानवरों के साथ क्रूरता इसके बावजूद खत्म नहीं होती। अब भरतपुर में एक बेजुबान जानवर की निर्दयता पूर्ण हत्या का मामला प्रकाश में आया है। एक कुत्ते के गले में फांसी का फंदा लगाकर जमीन पर पटक-पटक कर हत्या करने का वीडियो भी वायरल हो रहा है। कुत्ते के मालिक ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी है ।
कहां का है मामला
घटना शहर कोतवाली इलाके की है। यहां बाबूलाल गर्ग नामक व्यक्ति का एक पालतू कुत्ता है। बताया जा रहा है कि पड़ोस के मोहल्ले में रहने वाला अजय कोली जब उस रास्ते से गुजरता था तब वह कुत्ता भौंकने लग जाता था। अजय को यह बात बेहद नागवार गुजरती थी। बताया जा रहा है कि एक रात जब यह कुत्ता सड़क किनारे अपने घर के सामने बैठा था तभी अजय कोली वहां से निकल रहा था।