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किसी के लिए किसी को सक्षम बनाने से बड़ा नहीं कोई कार्य

  • एनजीओ यूथ वीरांगना संगठन की ओर से सर्टिफिकेट वितरण कार्यक्रम आयोजित
    हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)।
    यूथ वीरांगनाएं स्वयं के आर्थिक सहयोग से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही हैं जो वर्तमान समय में बहुत बड़ी बात है। इससे बड़ा पुण्य का कोई कार्य नहीं। इस शिविर में प्रशिक्षण हासिल करने वाली 60 युवतियां एवं महिलाएं आगे जाकर खुद को व अपने परिवार को आर्थिक रूप से सक्षम कर सकेंगी। अब इन 60 परिवारों को रोजी-रोटी मिलेगी। इससे इन परिवारों को जिंदगीभर कमाने का जरिया मिला है। किसी के लिए किसी को सक्षम बनाने से बड़ा कोई कार्य नहीं है। यह बात समाजसेवी प्रो. सुमन चावला ने सोमवार को टाउन की श्री अरोड़वंश धर्मशाला में एनजीओ यूथ वीरांगना संगठन की ओर से आयोजित सर्टिफिकेट वितरण कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम के दौरान यूथ वीरांगनाओं की ओर से चलाए गए छह माह के सिलाई, मेहंदी व ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण में प्रशिक्षण हासिल करने वाली 60 युवतियों एवं महिलाओं को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मौजूद ड्रग इंस्पेक्टर श्वेता छाबड़ा ने यूथ वीरांगनाओं की इस मुहिम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण शिविर महिलाओं को सक्षम करने में सफल होंगे, ऐसी उम्मीद है। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों की महत्ती आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण के माध्यम आज महिला शक्ति न सिर्फ पुरुषों की बराबरी कर रही हैं बल्कि उनसे दो कदम आगे भी चल रही हैं। अगर महिलाओं को वह सम्मान-आजादी और इज्जत मिले जो पुरुषों को मिलती है तो महिला शक्ति भी बहुत आगे निकल सकती है। यूथ वीरांगना संगीता गुप्ता ने कहा कि यूथ वीरांगनाओं की ओर से समाजसेवा एवं महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई तरह के कार्य किए जा रहे हैं। जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित, आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की महिलाओं एवं युवतियों को सिलाई का निशुल्क प्रशिक्षण देना, जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को शिक्षित करना इसमें मुख्य हैं। कोई ऐसा परिवार जिनके पास कमाने का कोई साधन नहीं है, उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवा रोजगार शुरू करवाया जाता है। एक ऐसे ही परिवार को पिछले दिनों चाय की दुकान खुलवा रोजगार शुरू करवाया गया। इसी कड़ी में पिछले दिनों आयोजित सिलाई, मेहंदी व ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण हासिल कर स्वयं का रोजगार चलाने वाली महिलाओं एवं युवतियों को सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। यूथ वीरांगनाओं का यही मकसद है कि वे समाज उत्थान के लिए आगे बढ़कर कार्य करें। इसके लिए महिलाओं को सशक्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक महिला के कंधों पर दो परिवारों की जिम्मेदारी होती है। इसके लिए उन्हें स्वावलम्बी बनाने व अपने पैरों पर खड़ा करने के मकसद से इस तरह के प्रशिक्षण आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में एडवोकेट अलंकार सिंह, भवनेश ग्रोवर सहित कई अन्य गणमान्य नागरिक, मीनाक्षी खुराना सहित कई यूथ वीरांगनाएं मौजूद थीं।