श्रीगंगानगर. श्रीगंगानगर गाजर धुलाई कर रहे किसान अब भी लापरवाही बरत रहे हैं। इस साल से सिंचाई विभाग ने किसानों को हर महीने तीन हजार रुपए जमा करवाने के बाद ही गंगनहर के किनारे गाजर धुलाई की मशीन लगाने के निर्देश दिए थे। लेकिन कुछ किसान नियमों की अनदेखी कर रहे है। ये किसान बिना कोई फीस जमा करवाए गाजर धुलाई मशीन लगा रहे हैं। पिछले दिनों सिंचाई विभाग ने जांच की तो करीब 15 किसानों की मशीन बिना फीस जमा करवाए लगी मिली।
विभाग ने दी चेतावनी
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने किसानों को चेतावनी दी है। विभाग के अधिकारियों ने मशीनें जब्त करने की भी चेतावनी दी है। श्रीगंगानगर में हर दिन करीब साढ़े सात हजार टन गाजर निकलती है। इनकी धुलाई के लिए करीब दो सौ किसानों ने जिले में जगह-जगह मशीनें लगा रखी है।

श्रीगंगानगर की गाजर मंडी में रखी गाजर।
यहां लगी हैं मशीनें
जिला मुख्यालय के नजदीक गांव साधुवाली, कालूवाला, नाथांववाली और तीन पुली इलाके में किसानों ने गाजर धुलाई की मशीनें लगाई हैं। यह शुरुआत गांव साधुवाली से होनी थी तथा अब यह आसपास के अन्य इलाकों में फैल गई है। किसान अपने स्तर भी अन्य किसानों को मशीनों की रजिस्ट्रेशन फीस जमा करवाने के लिए कह रहे हैं। गाजर उत्पादक संघ के अध्यक्ष अमर सिंह ने बताया कि किसान अपने स्तर पर मशीनों के रजिस्ट्रेशन के लिए प्रयास कर रहे हैं। गाजर उत्पादक संघ के माध्यम से भी उन्हें इस बारे में प्रेरित किया जा रहा है।