संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक में शामिल लोगों के साथ मारपीट करने का लगाया आरोप, मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर सदर पुलिस थाना प्रभारी से मिले ग्रामीण हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आन्दोलन के प्रचार-प्रसार व शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों को भेजने के संबंध में रविवार शाम को गांव जंडावाली में हो रही बैठक के दौरान दो पक्षों में विवाद हो गया। आरोप है कि गांव के ही अपराधिक प्रवृत्ति के कुछ जनों ने किसान आंदोलन को लेकर बैठक करने से नाराज होकर बैठक में मौजूद लोगों के साथ मारपीट की। इस घटना से नाराज ग्रामीण सोमवार को सदर पुलिस थाना प्रभारी के पास पहुंचे और मारपीट करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। ग्राम पंचायत सिंहपुरा सरपंच रमनदीप कौर व संयुक्त किसान मोर्चा के रघुवीर सिंह वर्मा के नेतृत्व में थाना प्रभारी मानसिंह गोदारा से मिले ग्रामीणों में शामिल सिमरजीत सिंह पुत्र चरणजीत सिंह जटसिख निवासी गांव जंडावाली ने बताया कि वह व उसके साथी बलकरण सिंह, बलराज सिंह, हरविन्द्र सिंह, साबर खान व अन्य 5-7 जने रविवार शाम करीब 7.30 बजे जंडावाली के रामगढिय़ा मोहल्ला में किसान आन्दोलन की तैयारी के लिए बैठक कर रहे थे। तभी तेजासिंह पुत्र बोहड़ सिंह, वीरासिंह पुत्र बोहड़ सिंह, बोहड़सिंह जटसिख, जस्सासिंह पुत्र मेजरसिंह रामगढिय़ा, परमजीत सिंह पुत्र मेजरसिंह, मेजरसिंह रामगढिय़ा एकराय होकर आए। इन्होंने उन सभी पर जान से मारने की नियत से लाठियों से हमला कर दिया। उससे व उसके साथियों के साथ मारपीट की। उन्होंने बड़ी मुश्किल से बीच-बचाव किया। हमलावरों ने कहा कि भविष्य में किसान आन्दोलन के सम्बन्ध में मीटिंग की तो जान से मार देंगे। ग्रामीणों के अनुसार हमला करने वाले लोग अपराधी किस्म के लोग हैं। इनमें से कुछ जनों ने पुलिस कर्मियों के साथ भी मारपीट की थी। पूर्व सरपंच के पति भी थप्पड़ मारा था। उन पर पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं। ग्रामीणों का कहना था कि अगर आज हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे भविष्य में किसान आंदोलन से जुड़े लोगों के साथ कोई घटना कर सकते हैं। इसलिए इनके खिलाफ कार्रवाई की जानी आवश्यक है। उन्होंने हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। थाना प्रभारी गोदारा ने ग्रामीणों को उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान सुखमन्द्र सिंह रंगारा सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।