24 अप्रैल से प्रशासन गांवों एवं शहरों के संग अभियान का बहिष्कार करने की चेतावनी हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। राज्य सरकार के साथ हुए समझौते की पालना न होने से नाराज राजस्व सेवा परिषद के कार्मिकों का कार्य बहिष्कार शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। दूसरे दिन भी राजस्व कार्मिकों ने राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के बैनर तले जिला कलक्ट्रेट के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर विरोध दर्ज करवाया। इस दौरान आयोजित सभा में राजस्थान कानूनगो संघ जिलाध्यक्ष चन्द्रभान ज्याणी ने कहा कि संघठन के मांग पत्र के संबंध में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में समझौता हुए करीब डेढ़ वर्ष का समय बीत चुका है परंतु समझौते का पूर्ण क्रियान्वयन आज तक नहीं हुआ। इस कारण प्रदेश भर का राजस्व विभाग का अधिकारी व कर्मचारी वर्ग हतोत्साहित है। उन्होंने कहा कि डेढ़ वर्ष से संघठन सदस्यों की ओर से लगातार मांग पत्र व बैठकों के जरिए समझौते की पूर्ण क्रियान्विति की मांग की गई परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई। राजस्थान पटवार संघ जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पारीक ने बताया कि नायब तहसीलदार का पद शत प्रतिशत पदोन्नति पर घोषित करने, सीधी भर्ती के आरटीएस को सीधे तहसीलदार पद पर संस्थित करने, तहसीलदार सेवा के पद 50 प्रतिशत पदोन्नति से एवं 50 प्रतिशत सीधी भर्ती से भरने, पटवारी, भू अभिलेख निरीक्षक, नायब तहसीलदार व तहसीलदार के कैडर का पुनर्गठन कर आवश्यकतानुसार नवीन पद सृजित करने आदि की मांग की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस दो दिवसीय धरना-प्रदर्शन के बाद भी सरकार नहीं जागती है और समझौते का क्रियान्वयन नहीं होता है तो 24 अप्रैल से सभी कार्यों के साथ प्रशासन गांवों एवं शहरों के संग महत्वाकांक्षी अभियान का बहिष्कार किया जाएगा। धरनास्थल पर तहसीलदार हरदीप सिंह, हर्षिता मिड्ढा, हरीश टाक, नायब तहसीलदार भावना शर्मा, अंकित मिमानी, हरबंश नैण, रणवीर, पटवार संघ तहसील अध्यक्ष सुखदेव सिंह, राजेन्द्र सोनी, रविदास, भरतसिंह, कमलकान्त, वासुदेव, अमरसिंह, विश्रुत बंसल, कैलाश कुमारी, मधु बाला, प्रियंका सहित कई अन्य राजस्व कार्मिक मौजूद थे।