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‘एक मुठ्ठी बाजरे के लिए सारी बादशाहत खो दी’, दिव्या मदेरणा ने इशारों में गहलोत पर फिर साधा निशाना

जयपुर
राजस्थान से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा एक बार फिर सुर्खियों में है। दिव्या मदेरणा ने ट्वीट कर लिखा- एक मुठ्ठी बाजरे के लिए सारी बादशाहत खो दी। क्योंकि सिर्फ तीन व्यक्तियों की भारी गलती की वजह से आज जोधपुर और समस्त राजस्थान गर्व होने वाले उस पल से महरूम हो गया। जोधपुर से निकल कर एक व्यक्ति कांग्रेस पार्टी के सबसे सिरमोर पद पर आसिन होते तो हमारे लिए गर्व की बात होती। उल्लेखनीय है कि सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष के दावेदार थे। लेकिन गहलोत समर्थकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर दिया। इससे कांग्रेस आलाकमान नाराज हो गया। सीएम गहलोत ने कहा कि वह ऐसे हालात में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। सीएम गहलोत मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावक बन गए। 
इशारा गहलोत की तरफ माना जा रहा है

दरअसल, एक मुठ्ठी बाजरे के लिए बादशाहत खोने का ये कथन मध्यकालीन शासक शेरशाह सूरी का है। शेरशाह सूरी ने ये बातें मारवाड़ के शासक मालदेव के बारे में कही थी। कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा का इशार सीएम अशोक गहलोत की तरफ माना जा रहा है। आपकों बता दें दिव्या मदेरणा के निशाने पर गहलोत के करीबी मंत्री महेश जोशी और शाति धारीवाल रहे हैं। कांग्रेस विधायक धारीवाल और जोशी पर निशाना साधती रहीं है। दिव्या मदेरणा ने कहा कि वह महेश जोशी के आदेश नहीं मानेंगे महेश जोशी मुख्य सचेतक है। ऐसे में उनके आदेशों को नहीं मानेगी। 

गहलोत से रही है पुरानी ्अदावत

उल्लेखनीय है कि गहलोत और मदेरणा परिवार में पुरानी अदावत रही है। दिव्या मदेरणा के दादा और दिग्गज जाट नेता परसराम मदेरणा 1998 में सीएम पद के प्रबल दावेदार थे,लेकिन सीएम कुर्सी मिली अशोक गहलोत को। कांग्रेस आलाकमान ने विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव कर दिया गया और परसराम मदेरणा सीएम बनने से चूक गए। दिव्या मदेरणा को इस बात की खीझ आज भी है। हालांकि, सीएम गहलोत ने कभी मदेरणा परिवार के लिए अपशब्दों का प्रयोग नहीं किया। दिव्या मदेरणा की मां लील मदेरणा को कांग्रेस का टिकट दिया लेकिन वह चुनाव हार गई। दिव्या मदेरणा मां फिलहाल जोधपुर की जिला प्रमुख है। जबकि दिव्या मदेरणा ओसियां विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक है। दिव्या मदेरणा स्पष्ट कह चुकी है कि वह गहलोत और पायलट गुट में शामिल नहीं है। वह कांग्रेस आलाकमान के गुट में है।