नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम सात बजे नवनिर्मित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का उद्घाटन करेंगे। साथ ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फीट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण भी किया जाएगा। इस दौरान सवाल है कि इंडिया गेट के आसपास लगे जामुन के पेड़ों का क्या हुआ? अधिकारियों का कहना है कि नवनिर्मित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू (सीवीए) में 4,000 से अधिक विभिन्न पेड़ होंगे, जिसमें मूल जामुन के पेड़ योजना के तहत संरक्षित किए जाएंगे।
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) की परियोजना योजना के मुताबिक, कुल 69 पेड़ों को परियोजना के लिए प्रत्यारोपित किया जाना था, इनमें से 47 को सीवीए के भीतर प्रत्यारोपित किया गया था, जिसमें 22 को बाहर प्रत्यारोपित किया गया। हालांकि, इस योजना में 191 नए पेड़ शामिल हैं, जिनमें से 140 पहले ही एवेन्यू में लगाए जा चुके हैं। सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में मुख्य रूप से जामुन, देवदार, बिस्टेंदु और मौलसरी के पेड़ शामिल हैं। 1930 की इमेज योजना के अनुसार, कुल 454 पेड़ों को सीवीए के साथ एक दांतनुमा पैटर्न में राजपथ क्रॉसिंग के दोनों किनारों पर क्रॉस के रूप में लगाया गया था।
सीपीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी का कहना है कि पौधारोपण नीति के तहत 140 नए पेड़ पहले ही लगाए जा चुके हैं। सेंट्रल विस्टा में कुल 191 नए पेड़ भी जोड़े जाएंगे।” परियोजना के दौरान, सभी मौजूदा पेड़ों का सर्वेक्षण किया जाना था, प्रत्येक पेड़ को बाद में प्रजातियों, आकार, स्वास्थ्य और उम्र के अनुसार सूचीबद्ध किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि इससे पहले, सीवीए में कुल 3,890 पेड़ थे, नए पेड़ों को जोड़ने के बाद कुल 4,008 पेड़ हो गए हैं।