Tuesday, March 28निर्मीक - निष्पक्ष - विश्वसनीय
Shadow

इंजन बंद करने से हुआ नेपाल विमान हादसा:जांच में हुआ खुलासा, पायलट ने गलती से इंजन को पावर सप्लाई बंद कर दी थी

काठमांडू. नेपाल के पोखरा में 15 जनवरी को येति एयरलाइंस का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 5 भारतीयों समेत 72 यात्रियों की मौत हो गई थी। इस हादसे की प्राइमरी रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें खुलासा हुआ है कि फ्लाइंग पायलट ने लैंडिंग के लिए कॉकपिट में लगे फ्लैप लीवर की जगह गलती से इंजन की पावर सप्लाई बंद कर दी थी।

रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि जब एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) ने लैंडिंग के लिए मंजूरी दी, तब फ्लाइंग पायलट ने दो बार कहा था कि इंजन में कोई पावर सप्लाई नहीं हो रही है।

येति एयरलाइंस की फ्लाइट 691 ने काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट से निकली थी। लैंडिंग से कुछ सेकंड्स पहले पोखरा के पुराने और नए एयरपोर्ट के बीच सेती नदी में गिर गई थी।

14 पेज की रिपोर्ट में दावा- प्रोपेलर्स फैदर कंडीशन में थे
रिपोर्ट में लिखा है- पायलट ने 10:56 पर लैंडिंग के लिए फ्लैप 15 का लैंडिंग गियर को नीचे कर दिया। इसके 15 सेकंड बाद फ्लाइंग पायलट ने जमीन से 721 फीट ऊपर ऑटोपायलट को डिएक्टिवेट कर दिया। 14 पेज की रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों इंजनों के प्रोपेलर्स का फैदर कंडीशन में आना दुर्लभ है। यही वजह थी कि शायद पायलट ने कंट्रोल खो दिया और प्लेन खाई में जा गिरा।

काठमांडू पोस्ट के मुताबिक जांच दल के एक सदस्य ने कहा कि उन्हें दुर्घटना स्थल पर लीवर को नीचे खिंचा हुआ मिला था। वे यह पता नहीं लगा सकते कि इससे पहले क्या हुआ था। साथ ही यह भी कहा कि वे डीटेल्ड रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

क्रू की लगातार तीसरी फ्लाइट थी फ्लाइट 691
नेपाल का नाम दुनिया में सबसे खराब एविएशन सेफ्टी में शुमार है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लाइट के क्रू ने 15 जनवरी की सुबह काठमांडू और पोखरा के बीच पहले दो उड़ानें भरीं थीं। हादसे वाली फ्लाइट 691 इसी क्रू की लगातार तीसरी उड़ान थी।