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आदित्य एल1 की लॉन्चिंग का काउंटडाउन शुरू

नई दिल्ली. चंद्रमा पर फतह हालिस करने के बाद अब भारत सूर्य के मिशन पर है। भारत के पहले सोलर मिशन आदित्य एल1 का काउंटडाउन शुरू हो गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार यह जानकारी दी है। इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम आदित्य-एल1 मिशन के मिनी मॉडल के साथ तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंची। भारत का पहला सौर मिशन (आदित्य-एल1 मिशन) 2 सितंबर को सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। आदित्य-एल1 मिशन की लॉन्चिंग की तैयारियां पूरी हो चुकी है।


रॉकेट और सैटेलाइट तैयार

आदित्य-एल1 लॉन्च की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए इसरो चीफ एस सोमनाथ ने गुरुवार को चेन्नई में बताया कि रॉकेट और सैटेलाइट तैयार हैं। हमने प्रक्षेपण के लिए अभ्यास पूरा कर लिया है।

आदित्य-एल1 पूरी तरह से स्वदेशी प्रयास

भारत के लिए यह सूर्य के अवलोकन के लिए पहला अंतरिक्ष मिशन होगा। इसको बेंगलुरु मुख्यालय वाली अंतरिक्ष एजेंसी से लॉन्च किया जाएगा। इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने इसके उद्देश्य के बारे में बताया कि एल1 के चारों ओर की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है, विभिन्न तरंग बैंडों में प्रकाशमंडल, क्रोमोस्फीयर और सूर्य की सबसे बाहरी परतों, कोरोना का निरीक्षण करने के लिए अपने साथ सात पेलोड ले जाएगा। आदित्य-एल1 पूरी तरह से स्वदेशी प्रयास है।


आदित्य एल-1 मिशन

सूर्य मिशन आदित्य एल-1 से सूरज से निकलने वाली किरणों की जांच करेगा। सूर्ययान को सूरज और पृथ्वी के बीच में लैरेंज प्वाइंट-1 पर रह कर अपना काम करेगा। इसमें लगे 7 पेलोड्स सूरज से निकलने वाली विभिन्न किरणों का अलग अलग अध्ययन करेगी। इसरो के अनुसार, आदित्य एल-1 सूरज के कोरोना से निकलने वाली गर्मी और गर्म हवाओं की स्टडी करेगा। इसरो इस मिशन की मदद से सौर वायुमंडल को समझने का प्रयास कर रहा है।