श्रीगंगानगर
इलाके के सबसे बड़े समाज से जुड़े अरोड़वंश सनातनधर्म मंदिर ट्रस्ट के चुनाव 23 मई को है। मुकाबले में तीन कैंडिडेट हैं लेकिन दो कैंडिडेट पति-पत्नी होने से साफ तौर पर दो ही लोग मैदान में नजर आ रहे हैं। इस बार मुकाबला ज्वैलर अंकुर मगलानी और किन्नू ग्रेडिंग और वैक्सिंग व्यावसायी मूलचंद गेरा के बीच है। मगलानी वर्तमान अध्यक्ष कपिल असीजा के सामने पिछला चुनाव हार चुके हैं, ऐसे में पिछले चुनाव का अनुभव उनके साथ है, वहीं मूलचंद गेरा का बिजनेस और सोशल दायरा काफी बड़ा है ऐसे में उनका भी प्रचार जोरों पर है।
प्रतिष्ठा का सवाल
अरोड़वंश के इस चुनाव को सामाजिक प्रतिष्ठा का सवाल माना जाता है। ट्रस्ट के अध्यक्ष को समाज के प्रतिनिधि के रूप में देखा जाता है, ऐसे में इन चुनावों का काफी महत्व है। इस बार के समाज के चुनाव में दोनों ही पक्ष पूरी ताकत झोंके हुए हैं। लाउड स्पीकर्स के जरिए गली मोहल्लों में प्रचार हो रहा है। चौराहों पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए जा रहे हैं। कैंडिडेट अपने समर्थकों के साथ लोगों से संपर्क कर रहे हैं। चुनाव लड़ने वाले इसे प्रतिष्ठा का सवाल मान रहे हैं।
पहले बिना वोटिंग चुना जाता था अध्यक्ष
श्री अरोड़वंश सनातनधर्म मंदिर करीब नब्बे साल पुराना है और इतनी ही पुरानी इसके अध्यक्ष की परम्परा है। वर्ष 1930 में सैनारम सेठी को अध्यक्ष चुना गया तो वे लगातार 1945 तक बिना वोटिंग अध्यक्ष चुने जाते रहे। इसके बाद भी कई बार अध्यक्ष निर्विरोध चुने गए लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस पद को इतना महत्व मिल गया है कि एक-एक वोट के लिए लोग पूरी ताकत लगाते हैं। अब तक रहे अध्यक्षों में पहले अध्यक्ष सेना राम सेठी सबसे ज्यादा पंद्रह साल तक ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे थे।
अब सज गए हैं इलेक्शन ऑफिस
वर्तमान चुनाव की बात करें तो दोनों ही कैंडिडेट्स ने इलेक्शन आफिस सजा लिए हैं। इनमें बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं। कैंडिडेट के सपोर्टर ऑफिस में प्लानिंग कर रहे हैं। वोटर को पोलिंग बूथ तक कैसे लाना है, इसकी पूरी प्लानिंग की जा रही है। वोटिंग और काउंटिंग के दौरान एक-एक वोट पर नजर रखने के लिए लोगों को जिम्मेदारियां दी गई हैं। रिक्शा पर लगे लाउड स्पीकर कैंडिडेट के पक्ष में लगातार प्रचार कर रहे हैं। समर्थन में आने वालों के लिए चाय-पानी का भी प्रबंध किया गया है।
ट्रस्ट करता है स्कूल, कॉलेज, ऑडिटोरियम और मंदिर का संचालन
श्री अरोड़वंश सनातनधर्म मंदिर ट्रस्ट की स्थापना मंदिर के संचालन के साथ हुई लेकिन बाद में ट्रस्ट ने अरोड़वंश पब्लिक स्कूल, मीनाक्षी सेतिया अरोड़वंश गर्ल्स कॉलेज, मुकेश ऑडिटॉरियम अरोड़वंश भवन का भी संचालन शुरू कर दिया। ट्रस्ट की ओर से एक हिंदी मीडियम स्कूल का भी संचालन होता था जिसे विभिन्न कारणों से बंद कर दिया गया।