जयपुर. बीस हजार करोड़ रुपए के जल जीवन मिशन योजना में आज फिर से बड़ी खबर है। ईडी यानि प्रवर्तन निदेशालय ने फिर से इस मामले में छापा मारा है। इस केस में पहले गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपियों के ठिकाने पर ईडी ने फिर से सर्च शुरू की है। आज इस सर्च में करीब नौ किलो पांच सौ ग्राम सोना दो लॉकर्स से मिलना सामने आ रहा है। हांलाकि ईडी ने फिलहाल इसकी अधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की है। अफसरों का कहना है कि अभी कार्रवाई चल रही है, इस केस में फिलहाल काम चल रहा है। इस मामले में ईडी ने आज दलाल ओपी विश्वकर्म के लॉकर्स से करीब आठ किलो सोना बरामद किया है।
जबकि एक अन्य लॉकर से करीब डेढ किलो सोना मिला है। यह लॉकर एक रिटायर्ड आरएएस अफसर का बताया जा रहा है। जो इस केस में जुडे़ हुए हैं। ईडी ने आज जयपुर में दस से बाहर जगह पर सर्च शुरू की है। एक अन्य संदिग्ध संजय बड़ाया के लॉकर्स भी खंगाले गए हैं। बड़ाया वैसे तो प्रॉपर्टी कारोबारी हैं, लेकिन उसके बाद भी इस केस में उनकी भूमिका संदिग्ध है। पीएचईडी विभाग से जुड़े एक अन्य अफसर का खाता भी खंगाला जा रहा है। इस केस में राजस्थान सरकार के एक सीनियर आईएएस से भी पूछताछ की तैयारी है।
दरअसल कुछ समय पहले ही ईडी ने केंद्र सरकार की इस जल जीवन मिशन योजना में गडबड़ी होने की शिकायतें पाई थीं। केस से जुड़े अफसरों और लोगों पर मनी लॉंड्रिंग के आरोप लगे थे। उसके बाद ईडी ने जयपुर समेत राजस्थान के कुछ शहरों में छापे मारे थे। ईडी के अधिकारियों ने जयपुर, अलवर, नीमराना, बहरोड़ और शाहपुरा जैसे शहरों में तलाशी ली और 2.32 करोड़ की नकदी और एक किलो सोने का बिस्कीट बरामद किया था। उसकी कीमत करीब 65 लाख रूपए थी। इसके अलावा डिजिटल सबूत, हार्ड ऊ्र२ू और मोबाइल डिवाइस सहित विभिन्न दस्तावेज जब्त किए थे। इस केस में केंद्र सरकार की एजेंसी ईडी के अलावा राजस्थान सरकार की एजेंसी एसीबी भी एक्टिव है। एसीबी अपने स्तर पर केस की जांच में जुटी हुई है।