नई दिल्ली. अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर संसद से बाजार तक हलचल मची हुई है। विपक्ष ने अडाणी ग्रुप पर लग रहे आरोपों की जांच की मांग को लेकर शुक्रवार को फिर संसद में हंगामा किया। इसके चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी गई। विपक्ष जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) या सुप्रीम कोर्ट के नेतृत्व में कमेटी बनाने की मांग कर रहा है।
उधर, अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस के सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से अडाणी एंटरप्राइजेज को बाहर कर दिया। इसके चलते कंपनी के शेयरों में सुबह 35% तक की गिरावट देखी गई थी। हालांकि, दोपहर 12:30 बजे तक शेयर में रिकवरी आई और सिर्फ 11% की गिरावट बची। इसके बाद जब मार्केट बंद हुआ, तब अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 2.19% गिरकर 1,531 रुपए हो गया। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से पहले एक शेयर की कीमत 3,500 रुपए के करीब थी।
इस मामले में आज के बड़े अपडेट
- रेटिंग एजेंसी मूडीज का बयान- अडाणी ग्रुप की नकदी की स्थिति का आकलन किया जाएगा। अभी उनके लिए फंड जुटाना मुश्किल होगा।
- केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा- अडाणी स्टॉक क्रैश से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा प्राथमिकता रहती है। विपक्ष के पास कोई और मुद्दा नहीं है।
- क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने कहा है- हम अडाणी ग्रुप की कंपनियों के कैश फ्लो पर नजर बनाए हुए हैं। अभी उनकी रेटिंग पर कोई तत्काल प्रभाव नहीं पड़ा है। हमारी नजर बनी हुई है। अडाणी ग्रुप की 8 कंपनियों को फिच रेटिंग मिली है।
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद परिसर में इस मामले को लेकर विपक्षी पार्टियों की मीटिंग बुलाई। इसमें कांग्रेस, TMC, आम आदमी पार्टी (AAP), सपा, DMK, जनता दल और लेफ्ट समेत 13 पार्टियां शामिल हुईं।
- कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता 6 फरवरी को देशभर के जिलों में स्थित LIC और SBI कार्यालयों के सामने विरोध-प्रदर्शन करेंगे। विपक्षी नेताओं का कहना है कि शेयर बाजार का यह अमृतकाल का सबसे बड़ा महाघोटाला है।