श्रीगंगानगर
इन दिनों शहर के सूरतगढ़ रोड पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण हाे रहा है। कॉलेज की दूसरी मंजिल तैयार हो रही है। इसे इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि अगले साल तक इसमें फर्स्ट ईयर की कक्षाएं भी लगाई जा सकें। कक्षाएं शुरू करने से पहले नेशनल मेडिकल कमीशन का इंस्पेक्शन होना है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग तैयार करने में मापदंडों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
नोडल ऑफिसर देख चुके व्यवस्था
कॉलेज में अगले सेशन में फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स का पहला बैच शुरू किया जा सके, इसे ध्यान में रखते हुए तीन दिन पहले नोडल ऑफिसर और बीकानेर के एसपी मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. अभिषेक क्वात्रा ने व्यवस्थाएं देखी हैं। उन्हें नेशनल मेडिकल कमीशन के इंस्पेक्शन के मद्देनजर जरूरी मापदंडों का ध्यान रखने की बात कही है। कमीशन के नियमों के अनुसार कॉलेज में कक्षाओं की स्वीकृति के लिए निर्माण ऐसा होना चाहिए कि बैड्स के बीच करीब डेढ़ मीटर की दूरी रहे। वहीं मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पताल में 330 बैड की जरूरत है जो कि सरकारी अस्पताल में उपलब्ध है। गुरुवार को पूर्व मंत्री एवं सांसद निहालचंद ने भी मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं देखी थीं। उन्होंने भी जल्द ही कॉलेज में कक्षाएं शुरू होने का विश्वास दिलाया था।
जल्द ही कमरों की फिनिशिंग कर देंगे
निर्माण एजेंसी के अधिकारी भी मानते हैं कि मेडिकल कॉलेज के लिए कम से कम हॉस्टल के 70 रूम, लैक्चर हॉल और अन्य स्ट्रक्चार चाहिए। इसे जल्द ही फिनिंशिंग कर इस तरह से तैयार करवा दिया जाएगा कि हमारे यहां अगले सेशन में एडमिशन हो सकें।
नहीं आने देंगे रुपए की कमी
एमएलए राजकुमार गौड़ बताते हैं कि कॉलेज के निर्माण में रुपए की कमी नहीं आने देंगे। इस बारे में सीएम स्तर पर बात की गई है। 325 करोड़ के प्रोजेक्ट में सेंटर का हिस्सा मिल गया है। बिल्डिंग बनने के बाद इसे उपयोग लेने के लिए संसाधन स्टेट गवर्नमेंट देगी। मई से अब तक तेजी से निर्माण हुआ है। आगे भी बेहतर तरीके से बिल्डिंग बनवाकर नेशनल मेडिकल कमीशन का इंस्पेक्शन करवा देंगे। इसके बाद अगले साल से करीब सौ स्टूडेंट्स को यहां एडमिशन मिलने की संभावना है।